अगर आप भी Mutual fund में निवेश करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। फरवरी 2025 में Mutual fund इंडस्ट्री को पिछले 5 वर्षों की सबसे बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा है। यह गिरावट न केवल बाजार में जारी मंदी का परिणाम है, बल्कि निवेशकों के मन में बढ़ती अनिश्चितता भी इसका मुख्य कारण बनती जा रही है।
आज हम इस लेख में विस्तार से जानेंगे कि Mutual fund की AUM (एसेट्स अंडर मैनेजमेंट) में इतनी बड़ी गिरावट क्यों आई, इसके पीछे क्या कारण रहे, निवेशकों को इससे क्या सबक मिलना चाहिए, और आगे की रणनीति कैसी होनी चाहिए।
Mutual Fund इंडस्ट्री को क्यों लगा बड़ा झटका?
फरवरी 2025 में Mutual fund इंडस्ट्री की AUM में ₹2.72 लाख करोड़ की भारी गिरावट देखी गई है। जहां जनवरी में AUM का आंकड़ा ₹67.25 लाख करोड़ था, वहीं यह फरवरी में घटकर ₹64.53 लाख करोड़ रह गया।
यह गिरावट Mutual fund इंडस्ट्री के लिए एक गंभीर संकेत है क्योंकि इसने बीते 5 वर्षों की सबसे बड़ी मासिक गिरावट का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
शेयर बाजार में भारी गिरावट का असर
इस गिरावट के पीछे प्रमुख कारण शेयर बाजार में लगातार आई गिरावट है। निफ्टी 50 इंडेक्स फरवरी में करीब 6% तक गिरा और बीते 5 महीनों में यह कुल मिलाकर 14.3% तक लुढ़क चुका है। शेयर बाजार की इस मंदी ने Mutual fund निवेश पर सीधा असर डाला है।
विशेष रूप से इक्विटी Mutual fund स्कीम्स पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा है। इन स्कीम्स में निवेश 26.5% घटकर ₹29,242 करोड़ रह गया है।
SIP निवेश में भी आई गिरावट
SIP (Systematic Investment Plan) यानी व्यवस्थित निवेश योजना, Mutual fund का सबसे लोकप्रिय और स्थायी तरीका माना जाता है। हालांकि, फरवरी 2025 में SIP के जरिए कुल निवेश ₹25,999 करोड़ रहा, जो जनवरी की तुलना में 1.5% कम है।
यह गिरावट मामूली लग सकती है लेकिन यह संकेत देती है कि छोटे निवेशक भी बाजार की मौजूदा स्थिति को लेकर थोड़े सतर्क हो गए हैं।
लिक्विड फंड्स में सुस्ती
Mutual fund के लिक्विड फंड्स भी इस बार कमजोर प्रदर्शन करते नजर आए। फरवरी 2025 में लिक्विड फंड्स में मात्र ₹4,977 करोड़ का इनफ्लो हुआ, जबकि जनवरी में यह आंकड़ा ₹91,593 करोड़ था।
यह भारी गिरावट बताती है कि निवेशक अपनी नकदी को पार्क करने के लिए फिलहाल Mutual fund को प्राथमिकता नहीं दे रहे हैं।
हाइब्रिड फंड्स और अन्य कैटेगरीज का हाल
Mutual fund की हाइब्रिड कैटेगरी में भी गिरावट देखने को मिली है। फरवरी में हाइब्रिड फंड्स में कुल इनफ्लो ₹6,804 करोड़ रहा, जबकि जनवरी में यह ₹8,768 करोड़ था।
हालांकि, कुछ कैटेगरीज ने अच्छी प्रदर्शन किया है, जैसे कि एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETFs) और कॉरपोरेट बॉन्ड फंड्स। ETF और कॉरपोरेट ब्रांड फंड्स में निवेशकों ने अपनी रुचि दिखाई है और यही वजह है कि इन फंड्स की AUM में बढ़त दर्ज की गई है।
कॉरपोरेट बॉन्ड फंड्स की AUM का लगभग 80% हिस्सा सिर्फ कॉरपोरेट बॉन्ड्स में ही निवेशित है, जो इसे एक स्थिर और अपेक्षाकृत सुरक्षित विकल्प बनाते हैं।
विशेषज्ञों की राय क्या कहती है?
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की सीईओ वेंकट एन चलासानी का कहना है कि Mutual fund की AUM में जो गिरावट आई है, वह मुख्य रूप से मार्केट करेक्शन का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि लंबे समय के निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह गिरावट बाजार के चक्र का हिस्सा है और इससे दीर्घकालिक निवेश की रणनीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
निवेशकों के लिए यह समय क्या संकेत देता है?
पिछले वर्ष यानी 2023 में Mutual fund इंडस्ट्री ने जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की थी। उस दौरान इंडस्ट्री का AUM ₹16.2 लाख करोड़ बढ़ा था, लेकिन 2025 की शुरुआत में बाजार में अनिश्चितता ने निवेशकों को थोड़ा सतर्क कर दिया है।
हालांकि, SIP निवेशकों के लिए यह समय एक अवसर हो सकता है। बाजार में गिरावट के समय SIP के माध्यम से सस्ते यूनिट्स खरीदने का मौका मिलता है, जो आगे चलकर अच्छा रिटर्न दे सकता है।
क्या करना चाहिए Mutual Fund निवेशकों को?
- पैनिक में आकर निवेश न रोकें:
Mutual fund में गिरावट स्वाभाविक है जब बाजार अस्थिर होता है। इसलिए घबराकर अपने SIP या निवेश को रोकना समझदारी नहीं होगी। - लॉन्ग टर्म की सोच रखें:
Mutual fund निवेश का असली फायदा लंबे समय में ही मिलता है। इसलिए कम से कम 5–10 साल का नजरिया रखें। - पोर्टफोलियो की समीक्षा करें:
अपने फंड्स की परफॉर्मेंस की समय-समय पर समीक्षा करें और जरूरत हो तो फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह लें। - मार्केट करेक्शन को अवसर मानें:
Mutual fund SIP निवेशकों के लिए यह गिरता बाजार खरीदारी का एक सुनहरा मौका हो सकता है। - विविधता बनाए रखें:
अपने निवेश को इक्विटी, डेब्ट और हाइब्रिड Mutual fund में बांटें ताकि जोखिम का संतुलन बना रहे।
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निष्कर्ष: Mutual Fund में विश्वास बनाए रखें
हालिया गिरावट ने भले ही Mutual fund निवेशकों को झटका दिया हो, लेकिन यह अस्थायी है। बाजार का यह स्वभाविक चक्र है, जहां ऊंच-नीच होती रहती है। ऐसे में स्मार्ट निवेशक वही हैं जो डरने के बजाय अवसर की तलाश करते हैं।
Mutual fund एक भरोसेमंद निवेश माध्यम है, जो लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखता है। निवेश करते समय धैर्य और अनुशासन ही सबसे बड़ी पूंजी होती है।
अतः यदि आप Mutual fund में निवेश कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं, तो बाजार के इन उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं। सही योजना और निरंतरता के साथ यह निवेश आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मददगार सिद्ध होगा।
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