Gig Workers Pension : भारत में तेजी से बढ़ रही डिजिटल अर्थव्यवस्था के साथ एक नया वर्ग उभर कर सामने आया है — गिग वर्कर्स। चाहे वो जोमैटो-स्विगी के डिलीवरी बॉय हों, या ओला-ऊबर के कैब ड्राइवर, ये लाखों युवा दिन-रात मेहनत कर देश की सेवा में लगे हुए हैं। अब सरकार ने इन मेहनती लोगों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है — Gig Workers Pension योजना।गिग वर्कर्स को मिलेगी पेंशन: सरकार का बड़ा फैसला
श्रम और रोजगार मंत्रालय अब एक लेन-देन आधारित पेंशन नीति तैयार कर रहा है, जिसके अंतर्गत जोमैटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, ओला-ऊबर जैसे एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म्स को अपने वार्षिक टर्नओवर का 1-2% हिस्सा पेंशन कोष में जमा करना होगा। यह कदम देशभर के करीब एक करोड़ गिग वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। यह योजना खास तौर पर डिलीवरी बॉय, कैब ड्राइवर और अन्य असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले गिग वर्कर्स को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है।
क्या है गिग वर्कर्स पेंशन योजना? | What is Gig Workers Pension?
Gig Workers Pension योजना एक ऐसी नीतिगत पहल है जिसके तहत विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर काम करने वाले वर्कर्स को वृद्धावस्था में पेंशन की सुविधा मिलेगी। इस योजना के तहत हर गिग वर्कर को एक यूनीवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) प्रदान किया जाएगा, जिसे उनके वेतन लेन-देन से जोड़ा जाएगा। इससे मल्टीपल प्लेटफॉर्म्स पर काम करने के बावजूद उनकी कुल आय का एक हिस्सा पेंशन फंड में जमा हो सकेगा।
योजना की प्रमुख बातें:
- 1-2% टर्नओवर योगदान: जोमैटो, स्विगी, अमेजन, फ्लिपकार्ट, ओला-ऊबर जैसे कंपनियों को अपने सालाना टर्नओवर का 1-2% योगदान देना होगा, लेकिन यह राशि गिग वर्कर्स को किए गए कुल भुगतान का अधिकतम 5% तक सीमित रहेगी।
- यूनीवर्सल अकाउंट नंबर (UAN): प्रत्येक गिग वर्कर को एक विशिष्ट UAN दिया जाएगा जो सभी प्लेटफॉर्म्स पर उनकी कमाई को ट्रैक करने में मदद करेगा।
- ई-श्रम पोर्टल से लिंक: यह योजना भारत सरकार द्वारा पहले से शुरू किए गए ई-श्रम पोर्टल से जुड़ी होगी जिसमें अब तक 30.6 करोड़ असंगठित श्रमिक रजिस्टर हो चुके हैं।
क्यों जरूरी है Gig Workers Pension योजना?
गिग वर्कर्स का कोई स्थायी नियोक्ता नहीं होता। ये लोग एक दिन में कई प्लेटफॉर्म्स पर काम करते हैं और इनके पास नियमित सैलरी, पीएफ या पेंशन जैसी सुविधाएं नहीं होतीं। ऐसे में इनका बुढ़ापा बेहद असुरक्षित हो सकता है। सरकार का यह कदम इन वर्कर्स को न केवल सामाजिक सुरक्षा देगा बल्कि उन्हें आर्थिक स्थिरता भी प्रदान करेगा।
Gig Workers Pension योजना से गिग वर्कर्स को यह भरोसा मिलेगा कि उनके लिए भी एक बेहतर और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत मिलेगा स्वास्थ्य बीमा
गिग वर्कर्स को सिर्फ पेंशन ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य बीमा की सुविधा भी दी जाएगी। सरकार इन वर्कर्स को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के अंतर्गत स्वास्थ्य बीमा देने की योजना बना रही है। इस बीमा के तहत उन्हें ₹5 लाख तक का कैशलेस इलाज मिलेगा। यह सुविधा खासकर कम आय वाले डिलीवरी बॉय और कैब ड्राइवर्स के लिए वरदान साबित होगी।
NITI Aayog की रिपोर्ट और गिग वर्कर्स की संख्या
NITI Aayog की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, 2020-21 में भारत में लगभग 77 लाख गिग वर्कर्स थे। आज यह आंकड़ा एक करोड़ से अधिक पहुंच चुका है। इनमें:
- 47% गिग वर्कर्स मिड-स्किल्ड हैं
- 22% हाई-स्किल्ड श्रेणी में आते हैं
- 31% लो-स्किल्ड वर्कर्स हैं
यह स्पष्ट है कि एक बहुत बड़ा कार्यबल इस क्षेत्र में जुड़ा हुआ है, जो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करता है। ऐसे में उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना समय की मांग है।
सामाजिक सुरक्षा कोड 2020 का पालन
सरकार इस योजना को Social Security Code 2020 के तहत लागू करेगी। इस कोड के अनुसार एक National Social Security Board का गठन भी किया जाना है जो गिग वर्कर्स के लिए अलग-अलग योजनाएं तैयार करेगा। Gig Workers Pension इस कोड के तहत आने वाली पहली बड़ी योजना हो सकती है।
राज्य सरकारों से चल रही है चर्चा
Gig Workers Pension सरकार इस योजना को अंतिम रूप देने के लिए राज्य सरकारों से चर्चा कर रही है। यह योजना जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी और उसके बाद इसे पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा।
एक सरकारी सूत्र के अनुसार, सभी राज्य सरकारों का सहयोग प्राप्त करने के बाद इसे लागू करना आसान होगा, जिससे लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंच सके।
गिग वर्कर्स को मिलेगा आर्थिक आत्मनिर्भरता का एहसास
भारत में गिग वर्कर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। आज के समय में युवाओं का एक बड़ा वर्ग पारंपरिक नौकरियों से हटकर गिग इकॉनमी की ओर रुख कर रहा है। इस वर्ग की मेहनत और सेवाओं को देखते हुए अब उन्हें भी आर्थिक आत्मनिर्भरता का अहसास दिलाने का वक्त आ चुका है।
Gig Workers Pension जैसी योजनाएं उन्हें मुख्यधारा में लाने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगी।
गिग वर्कर्स को मिलेंगी ये सुविधाएं:
सुविधा | विवरण |
---|---|
पेंशन | लेन-देन आधारित पेंशन स्कीम, जिसमें एग्रीगेटर्स देंगे 1-2% योगदान |
UAN | हर गिग वर्कर को मिलेगा यूनिवर्सल अकाउंट नंबर |
स्वास्थ्य बीमा | PMJAY के तहत ₹5 लाख तक का कैशलेस इलाज |
सोशल सिक्योरिटी | Social Security Code 2020 के अनुसार योजना लागू |
वित्तीय स्थिरता | कई प्लेटफॉर्म्स पर काम करने वाले वर्कर्स की आमदनी से कटौती |
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भारत में पहली बार गिग वर्कर्स के लिए एक ऐसी नीति लाई जा रही है जो उनके भविष्य को सुरक्षित बना सकती है। Gig Workers Pension योजना केवल एक योजना नहीं, बल्कि एक क्रांतिकारी कदम है जो डिजिटल भारत में काम कर रहे लाखों युवाओं की जिंदगी में नई रोशनी ला सकता है।
सरकार का यह प्रयास न सिर्फ सामाजिक सुरक्षा को बढ़ावा देगा, बल्कि गिग इकॉनमी में काम करने वाले वर्कर्स को वह सम्मान और स्थिरता भी देगा जिसके वे हकदार हैं।
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